About shiv chalisa in hindi

धूप दीप नैवेद्य चढ़ावे। शंकर सम्मुख पाठ सुनावे॥

It is additionally helpful for students, and kids. The neatest thing is it doesn't call for elaborate preparations and just necessitates your devotion and of course couple of minutes of time. Nevertheless, one particular really should on a regular basis chant Shiva Chalisa with utmost devotion to find the blessings of Lord Shiva.

कीन्ही दया तहं करी सहाई। नीलकण्ठ तब नाम कहाई॥

लै त्रिशूल शत्रुन को मारो। संकट से मोहि आन उबारो॥

जय गिरिजा पति दीन दयाला। सदा करत सन्तन प्रतिपाला॥

प्रगट उदधि मंथन में ज्वाला। जरे सुरासुर भये विहाला॥

शंकरं, शंप्रदं, सज्जनानंददं, शैल – कन्या – वरं, परमरम्यं ।

अर्थ: हे शिव शंकर भोलेनाथ आपने ही त्रिपुरासुर (तरकासुर के तीन पुत्रों ने ब्रह्मा की भक्ति कर उनसे तीन अभेद्य पुर मांगे जिस कारण उन्हें त्रिपुरासुर कहा गया। शर्त के अनुसार भगवान शिव ने अभिजित नक्षत्र में असंभव रथ पर सवार होकर असंभव बाण चलाकर उनका संहार किया था) के साथ युद्ध कर उनका संहार किया व सब पर अपनी कृपा की। हे भगवन भागीरथ के तप से प्रसन्न हो कर उनके पूर्वजों की आत्मा को शांति दिलाने की उनकी प्रतिज्ञा को आपने पूरा किया।

पुत्र होन कर इच्छा जोई। निश्चय शिव प्रसाद तेहि होई॥

श्री गणेश गिरिजा सुवन, मंगल मूल सुजान ।

जय हनुमान ज्ञान गुन सागर । जय कपीस तिहुँ लोक उजागर ॥ राम दूत अतुलित बल धामा

त्रयोदशी व्रत करै हमेशा। ताके तन नहीं रहै कलेशा॥

ॠनिया जो कोई हो अधिकारी। पाठ Shiv chaisa करे सो पावन हारी॥

जय जय जय अनंत अविनाशी। करत कृपा सब के घटवासी॥

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *